व्यंगकार हरिशंकर परसाई

Authors:

डॉ. नागरगोजे ए.बी

Page No: 117-122

Abstract:

व्यंग्य विधा के शीर्षस्थ व्यंग्यकार के रूप में परसाई की शिनाख्त है। व्यंग्य और परमाई एक दूसरे के पर्याय बन चुके है।

Description:

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Volume & Issue

Volume-14,ISSUE-2

Keywords

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